अच्छे विचार उजाले की तरह हैं।
हर चीज़ पहले विचार के रूप में होती है। फिर उसे सींचा जाता है, तपाया जाता है तो वो हक़ीक़त होकर सामने...
Read Moreहर चीज़ पहले विचार के रूप में होती है। फिर उसे सींचा जाता है, तपाया जाता है तो वो हक़ीक़त होकर सामने...
Read Moreशेख सादी रज़ी. फ़रमाते हैं- न गोयद अज सरे बाजीचा हर्फे। कर्जा पन्दे नगीरद साहबे होश॥ व गर सद बाबे...
Read MoreSheikh Saadi R.A. फ़रमाते हैं- बारिश की बूंद, बादल से टपकने लगी। टपकते हुए सोचने लगी कि न जाने...
Read MoreMaulana Jami r.a. फ़रमाते हैं- ख़ुदाए बुलन्द बरतर के मासिवा (सूफ़ी, अल्लाह के अलावा जो कुछ भी है...
Read MoreMaulana Jami r.a. फ़रमाते हैं- अल्लाह ने इन्सान को ऐसा नहीं बनाया कि उसके पहलू में दो दिल हों।...
Read Moreसूफी वो हैं जो अल्लाह को पाने के लिए धर्म की वास्तविकता यानि मुहब्बत पर...
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