हयाते ख़िज़्र रूमीؓ
ऐ जलालुद्दीन रूमी शाहؓ जाने अंजुमन। तेरी बज़्मे दिल में हैं, मस्नदनशीं ख़्वाजा हसनؓ। तेरी...
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Read MoreSufiyana 3rd Issue Published (January 2015)
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