घमंड, गुनाह से बढ़कर

घमंड, गुनाह से बढ़कर शेख सादीؓ फ़रमाते हैं. हज़रत ईसाؑ के दौर में एक बहुत गुनाहगार, जिहालत व गुमराही...

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